गुरुवार, दिसंबर 04, 2008

चुनाव (elections)

राजस्थान में आज चुनाव का दिन... वोट पड़ रहे हैं नयी सरकार के लिये.. पर्ची इस बार भी पहुंची है और याद दिला रही है गुलज़ार साब की एक त्रिवेणी की



पर्चियां बंट रही हैं गलियों में
अपने क़ातिल का इन्तेख़ाब करो

वक़्त ये सख़्त है चुनाव का !



Parchiyaan bat rahi hain galiyon mein
Apne qaatil ka intekhaab karo
Waqt ye sakht hai chunaav ka

3 टिप्‍पणियां:

डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवाल ने कहा…

वाह! क्या उम्दा चीज़ ढूंढ निकाली है आपने.
एकदम सही है.

कुश ने कहा…

gulzar sahab ke paas har waqt ke liye kuch lafz mil hi jate hai..

नीलिमा सुखीजा अरोड़ा ने कहा…

kya baat hai